दिल में जो है, वो सब सच बता देता हूं, किस्मत खराब इतनी जिसको चाहता हूं उसी को गंवा देता हूं।

कहीं जीत तो कहीं हार के निशान हैं, कौन जाने, हम कितने दिन के मेहमान हैं।

ना मौत से दूर हूं, ना जिंदगी के पास हूं, साँसे चल रही हैं, एक जिंदा लाश हूं.!!

कुछ गम कुछ ठोकरे कुछ चीखें उधार देती है कभी कभी जिंदगी…मौत आने से पहले ही मार देती है…

जिंदगी में कुछ हसीन पल यूंही गुजर जाते हैं रह जाती हैं यादें और इंसान बिछड़ जाते हैं।

ये जिंदगी आजकल मुझसे नाराज़ रहती है, लाख दवाइयाँ खाऊं तबियत खराब ही रहती है.!!

मेरी कोशिश कभी कामयाब ना हो सकी, ना तुझे पाने की, ना तुझे भुलाने की।